गन्ने को लगाने से पहले कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान देना ज़रूरी है, ताकि सफल फसल हो सके। गन्ने एक महत्वपूर्ण फसल है जो पूरे दुनिया के ट्रॉपिकल और सुब्त्रोपिकाल इलाक़ों में उगाई जाती है और शक्कर और इथेनॉल का एक महत्वपूर्ण स्रोत प्रदान करता है। शक्कर और इथेनॉल की ग्लोबल मांग बढ़ती जा रही है इसलिए गन्ने की खेती के लिए एक उत्तम आय का स्रोत बना सकता है। लेकिन एक सफल गन्ने फसल के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी ज़रूरी है।
यहां कुछ ज़रूरी टिप्स है जो गन्ने को लगाने से पहले ध्यान देना चाहिए:
Table of Contents
मिटटी को अच्छे से तैयार करें

गन्ना उगने के लिए मिटटी की तैयारी बहुत ज़रूरी है। मिटटी को ठीक से तैयार करना ज़रूरी है ताकि वह खुली हो और हवा और पानी की उचित रूप से घुस पाए। मिटटी का pH लेवल 6.0 से 7.5 के बीच होना चाहिए क्यूंकि गन्ने नेत्रल से थोड़ा सा खट्टा मिटटी में सबसे अच्छे से उग्गता है।
गन्ने का बीज
सफल फसल के लिए सही गन्ने का बीज का चयन करना ज़रूरी है। गन्ने के अलग-अलग गन्ने का बीज में अलग-अलग गुण होते हैं, और विशेष परिस्थितियों के तहत अच्छी उत्पादन प्रदान करते हैं। इसलिए आपको अपने क्षेत्र के मौसम और मिटटी के अनुकूल गन्ने का बीज का चयन करना ज़रूरी है।
गन्ने की बुवाई का समय
गन्ना लगाने का समय भी सफल फसल के लिए महत्वपूर्ण है। गन्ने को बरसात के पहले दिनों में लगाना ज़रूरी है जब मिटटी गीली और गर्म हो। इससे यह होता है की पौधे को सही मात्रा में पानी और पोषण मिल पाटा है जिससे सही तरीके से उग सकता है।
गन्ने को लगाने का सही तरीका
गन्ने को लगाने का सही तरीका भी सफल फसल के लिए ज़रूरी है। गन्ने को दो तरीकों से लगाया जा सकता है: सेट्ट प्लांटिंग और बिलेट प्लांटिंग। सेट्ट प्लांटिंग में गन्ने के कटे हुए टुकड़े को सेट्ट कहते हैं और बिलेट प्लांटिंग में छोटे गन्ने के टुकड़े को बिल्लेट्स कहते हैं। लगाने का तरीका गन्ने का बीज और मिटटी के प्रकार पर निर्भर करता है।
उर्वरक लगाना
फ़र्टिलाइज़र का प्रयोग गन्ने की सही वृद्धि और विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। गन्ने की बोन के पौधे लगाने से पहले मिटटी की उर्वरता और pH स्टार का पता लगाना बहुत ज़रूरी है। टेस्ट के परिणाम के आधार पर उचित उर्वरक लगा कर गन्ने की वृद्धि और विकास को सही ढंग से समर्थित किया जा सकता है।
पेस्ट और Disease Control
कीड़े-मकोड़े और रोग नियंत्रण भी गन्ने की सफल फसल के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। गन्ने को कई कीड़े-मकोड़ो और रोगों के प्रति कमजोर बनाते है जिससे फसल को नुक्सान होता है। इसका बचाव के लिए उचित कीड़े-मकोड़ो और रोग निवारक विधियों का उपयोग करके गन्ने के रोग-प्रतिरोधक प्रजाति का बोन के पौधे लगाना बहुत ज़रूरी है।